क्या खेल रचाया है तूने खाटू नगरी में बैकुंठ बसाया है लिरिक्स
क्या खेल रचाया है, तूने खाटू नगरी में, बैकुंठ बसाया है।। तर्ज - ये मेरी अर्जी है। कहता जग सारा ...
क्या खेल रचाया है, तूने खाटू नगरी में, बैकुंठ बसाया है।। तर्ज - ये मेरी अर्जी है। कहता जग सारा ...
सर्वश्रेष्ठ हिंदी भजन लिरिक्स वेबसाइट ‘भजन डायरी’ पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। यहाँ पर आप सभी प्रकार के भजनों के हिंदी लिरिक्स और वीडियो देख सकते है। जय श्री कृष्णा !
हमें संपर्क करे: [email protected]
© 2024 Bhajan Diary