घड़ी रे पलक नहीं आवडे तुम दर्शन बिन मोय भजन लिरिक्स
घड़ी रे पलक नहीं आवडे, तुम दर्शन बिन मोय। दोहा – कान्हा थे भले आवजो, शरद पुनम री रेण, बिन घडी नहीं आवडे, …
घड़ी रे पलक नहीं आवडे, तुम दर्शन बिन मोय। दोहा – कान्हा थे भले आवजो, शरद पुनम री रेण, बिन घडी नहीं आवडे, …