राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक सवैया हिंदी लिरिक्स
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक, तीनों लोक में छाये रही है, भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन, फिर भी दीप जलाये रही है, कृष्ण …
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक, तीनों लोक में छाये रही है, भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन, फिर भी दीप जलाये रही है, कृष्ण …