जय जय राधा माधव जय जय गोविंद हरे लिरिक्स
जय जय राधा माधव, जय जय गोविंद हरे, जो आये द्वार तेरे, सबके भंडार भरे।। तर्ज – होंठों से छू लो। है नाम …
जय जय राधा माधव, जय जय गोविंद हरे, जो आये द्वार तेरे, सबके भंडार भरे।। तर्ज – होंठों से छू लो। है नाम …