छतरी चाढे नी भाईडा घणो घणो तावडो पडे
छतरी चाढे नी भाईडा, घणो घणो तावडो पडे, तावडो पडे, गौतमजी रो मेलो, लम्बी नदियाँ मे भरे।। ए अरे चार चार महिना, आयो …
छतरी चाढे नी भाईडा, घणो घणो तावडो पडे, तावडो पडे, गौतमजी रो मेलो, लम्बी नदियाँ मे भरे।। ए अरे चार चार महिना, आयो …