कहाँ बेकसों का रहा ये ज़माना चले आओ कान्हा लिरिक्स
कहाँ बेकसों का, रहा ये ज़माना, चले आओ कान्हा, चले आओ कान्हा।। तर्ज – हमें और जीने की। यहां पर सुकूं का, नहीं …
कहाँ बेकसों का, रहा ये ज़माना, चले आओ कान्हा, चले आओ कान्हा।। तर्ज – हमें और जीने की। यहां पर सुकूं का, नहीं …