मेट देती दवा दर्द तलवार का चेतावनी भजन लिरिक्स
मेट देती दवा दर्द तलवार का, घाव बोली का फिर भी ना भरता कभी। दोहा – तोल जरा ऐ मेरे साथी, मुखड़ा पीछे …
मेट देती दवा दर्द तलवार का, घाव बोली का फिर भी ना भरता कभी। दोहा – तोल जरा ऐ मेरे साथी, मुखड़ा पीछे …