कलयुग में इक बार कन्हैया गौमाता भजन लिरिक्स

कलयुग में इक बार कन्हैया गौमाता भजन लिरिक्स

कलयुग में इक बार कन्हैया, ग्वाले बन कर आओ रे। श्लोक – सत्य धर्म का नाश हो रहा, जार जार रोती है धरा, …

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