कलयुग में इक बार कन्हैया गौमाता भजन लिरिक्स 26/03/2018 by Shekhar Mourya कलयुग में इक बार कन्हैया, ग्वाले बन कर आओ रे। श्लोक – सत्य धर्म का नाश हो रहा, जार जार रोती है धरा, … पूरा भजन देखें