विविध भजन गैरो से क्या गिला करे जब अपने बदल गए गजल लिरिक्स Posted on 02/03/202115/04/2021 | by Shekhar Mourya गैरो से क्या गिला करे, जब अपने बदल गए। दोहा – चांदनी रात में, बरसात बुरी लगती है, दर्द सीने […]