मन रे गुरु वचनो में रहणो गुरु महिमा भजन लिरिक्स
मन रे गुरु वचनो में रहणो, काम क्रोध री चोट ना लागे, सत रे मार्ग वहणो, मन रे गुरु वचनों में रहणो।। भेद …
मन रे गुरु वचनो में रहणो, काम क्रोध री चोट ना लागे, सत रे मार्ग वहणो, मन रे गुरु वचनों में रहणो।। भेद …
अड़सठ तीर्थ मेरा गुरूजी शरणे, मैं तो गरे बैठो ही गंगा नासोजी रे लो, गुरुदेव जी रा शरणो में मैं जावा, अन्तरजोमी जी …