गफलत की निदिया को तोड़के भजले रे प्राणी 26/06/2018 by Shekhar Mourya गफलत की निदिया को तोड़के, भजले रे प्राणी, भजले रे हरि नाम, तू शरण प्रभू की आ जगत के, छोड़ के सारे काम, … पूरा भजन देखें