गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं भजन लिरिक्स
गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं, भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं।। तर्ज – अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरम। कौन कहते है गणराज आते नही, भाव भक्ति से …
गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं, भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं।। तर्ज – अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरम। कौन कहते है गणराज आते नही, भाव भक्ति से …