गजब कर डारो री या काली काँवर वारे ने भजन लिरिक्स
गजब कर डारो री, या काली काँवर वारे ने। श्लोक वृन्दावन के वृक्ष को, मरम ना जाने कोय, डारि डारि पर पात पात …
गजब कर डारो री, या काली काँवर वारे ने। श्लोक वृन्दावन के वृक्ष को, मरम ना जाने कोय, डारि डारि पर पात पात …