नाथ थारे शरण पड़ी दासी भजन लिरिक्स
नाथ थारे शरण पड़ी दासी, म्हानै भवसागर स्यूं त्यार, काटद्यो जनम-मरण फांसी, नाथ थांरै शरण पड़ी दासी।। तर्ज – नाथ […]
नाथ थारे शरण पड़ी दासी, म्हानै भवसागर स्यूं त्यार, काटद्यो जनम-मरण फांसी, नाथ थांरै शरण पड़ी दासी।। तर्ज – नाथ […]