बाँह पकड़ ले साँवरा कही छूट ना जाए भजन लिरिक्स
बाँह पकड़ ले साँवरा, कही छूट ना जाए। दोहा – मेरे ऐब गुनाह ना वेख मेरे बाबा, नी मैं ऐबा नाल भरपूर, चंगिया …
बाँह पकड़ ले साँवरा, कही छूट ना जाए। दोहा – मेरे ऐब गुनाह ना वेख मेरे बाबा, नी मैं ऐबा नाल भरपूर, चंगिया …