ओ झुँझन वाली माँ क्या खेल रचाया है भजन लिरिक्स

ओ झुँझन वाली माँ क्या खेल रचाया है भजन लिरिक्स

ओ झुँझन वाली माँ, क्या खेल रचाया है, तू प्यार का सागर है, तू मन का किनारा है, ओ झुँझण वाली माँ, क्या …

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