ऐ श्याम तुझे मैं खत लिखता पर पता मुझे मालूम नहीं लिरिक्स
ऐ श्याम तुझे मैं खत लिखता, पर पता मुझे मालूम नहीं।। तर्ज – दिल लूटने वाले। मैंने सूरज से पूछा […]
ऐ श्याम तुझे मैं खत लिखता, पर पता मुझे मालूम नहीं।। तर्ज – दिल लूटने वाले। मैंने सूरज से पूछा […]