गरबे रमण आवजो है माँ
ऊंचा तो ऊंचा ए, भवानी थारा डूंगरा है माँ, डुंगर ऊपर बोले झीणा मोर, गरबे रमण आवजो है माँ, डूंगरा ...
Read moreDetailsऊंचा तो ऊंचा ए, भवानी थारा डूंगरा है माँ, डुंगर ऊपर बोले झीणा मोर, गरबे रमण आवजो है माँ, डूंगरा ...
Read moreDetailsजय जयकार करो माता की, आओ शरण भवानी की, एक बार फिर प्रेम से बोलो, जय दुर्गा महारानी की, जय ...
Read moreDetailsचरण में बिठाये रखना, चुनड़ में छिपाये रखना, तेरा मेहंदी राच्या हाथ, सिर पे फिराये रखना।। तर्ज - झाड़ो दे ...
Read moreDetailsकुकड़ कू कुकड कू, बोल रहो मुर्गा। दोहा - जीवन तपती धूप है, तू शीतल जल धार, थपकी लोरी में ...
Read moreDetailsहम तो जबलपुर वाले है, माई नर्मदा वाले है।। मैया नर्बदा में अर्ज़ी लगाई, भक्तो ने माँ को चुनरिया चढाई, ...
Read moreDetailsशरण आप री आया मैया, आस पुरावो म्हारी जी, कारज सारों नी, जोधाणा री मावड़ी।। देखे - शरणे आयो री ...
Read moreDetailsपाप पुण्यों में सभी जाने है, बार बार समझाऊं क्या, भजन करो तो मर्जी तुम्हारी, मेरे मुख से केहू क्या।। ...
Read moreDetailsमाँ तुम याद आई, बहुत याद आई, भटकता हुआ मैं, तेरे दर पे आया, तेरे नाम की माँ, है ज्योति ...
Read moreDetailsशेर पे सवार है, मैया आने को तैयार है, कोई दिल से, बुलाने वाला चाहिए।। तर्ज - गोरी है कलाइयां। ...
Read moreDetailsक्षमा प्रार्थना दुर्गासप्तशती, अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया। दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वरि।।१।। आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न ...
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