सुन सागर में झूलणो
सुन सागर में झूलणो, दोहा - झण्डा फरूंके शिखर मे, बाजै अनहद तुर, तकिया जिसका मैदान में, चढ़े कोई बिरला ...
Read moreDetailsसुन सागर में झूलणो, दोहा - झण्डा फरूंके शिखर मे, बाजै अनहद तुर, तकिया जिसका मैदान में, चढ़े कोई बिरला ...
Read moreDetailsसतगुरु मेरे जीवन का, एक तू ही सहारा है, मेरी पार करो नैया, बड़ी दूर किनारा है।। मेरा मन है ...
Read moreDetailsचालो चालो बालाजी रे धाम रे, म्हारा बालाजी करेला बेडा पार रे।। ओतो चूरू में कहीजे मोटो धाम रे, ज्यारो ...
Read moreDetailsम्हारो पल पल राखे ध्यान, म्हारो सेठ सावरों, सेठ सावरों जी, म्हारो सेठ सावरों।। तर्ज - म्हारो कुण राखेगो ध्यान। ...
Read moreDetailsये तन कीमती है, मगर है विनाशी, कभी अगले क्षण के, भरोसे ना रहना, निकल जाएगी छोड़, काया को पल ...
Read moreDetailsशरण में आया हूँ श्री राम, तुम्हारी तारो ना तारो, प्रभु जी तारो ना तारो, सुना है नाम पतित पावन, ...
Read moreDetailsबिना जानकी के राम, अयोध्या ना आए। दोहा - समझ निशा में जान निशाचर, भरत जी ने छोड़ा तीर, राम ...
Read moreDetailsध्यायो जी मैंने अजमल सुत ने ध्यायो, बाबे म्हाने दर्श दिखायो, ध्यायो मैने अजमल सुत ने ध्यायो।। मात मेणादे पिता ...
Read moreDetailsतनै याद करे सै, नर और नारी, तनै आणा होगा, मेरे गुरु मुरारी।। समचाणे म्ह धाम बणाया, शरणागत का काम ...
Read moreDetailsएक पल बीते जैसे, कल्प समान रे। दोहा - कागा सब तन खाईज्यो, मेरा चुन चुन खाईज्यो मांस, मेरा दो ...
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