थाने सिमरा गजानंद आज आवो बाबा कीर्तन में लिरिक्स
थाने सिमरा गजानंद आज, आवो बाबा कीर्तन में।। हरी हरी पिली देवा आंगणो निपावां, केसर कंकु चन्दन चौकावां , थाने ...
Read moreDetailsथाने सिमरा गजानंद आज, आवो बाबा कीर्तन में।। हरी हरी पिली देवा आंगणो निपावां, केसर कंकु चन्दन चौकावां , थाने ...
Read moreDetailsमन मोहन दी बन के दीवानी, मैं छम छम नचदी फिरा, मैं छम छम नचदी फिरा, ओहदे प्रेम विच हुई ...
Read moreDetailsथोड़ी दया तो मेरी, झोली में डाल दे माँ, तेरे बगैर मेरा, है कौन शारदे मां, थोडी दया तो मेरी, ...
Read moreDetailsआज देखो शिवालय में कितने, शिव के दर्शन को आए हुए है, बस यही कामना को सजाये, हम भी डेरा ...
Read moreDetailsतन की पीड़ा मनवो लखे रे, मन पीड़ा मन पाव, ज्यारा साजन बिछड़े रे, पड़े कलेजे घाव, म्हारा पियाजी एकर ...
Read moreDetailsजिसके मरज बैठ जया दिल में, ना उसके कोई दवाई लागे, ना अपण्या की मान्या करता, जिस्कै सिख पराई लागे।। ...
Read moreDetailsअन्त तरना अन्त तरना, अन्त तरणा रे, निज नाम का सुमरण करणा, अंतर तरना रे।। रूप स्वरूप कि बनी सुंदरी, ...
Read moreDetailsमुझे तूने मालिक, बहुत कुछ दिया है, तेरा शुक्रिया है, तेरा शुक्रिया है, मेरे लिए तूने, सबकुछ किया है, तेरा ...
Read moreDetailsगोविंद मेरो है गोपाल मेरो है, दोहा - क्या छवि सांवरे प्रीतम की, मन जात चला हटके हटके मुखचन्द्र छटा ...
Read moreDetailsवृन्दावन में श्री चरणन में, हमको रहना है, संतन के संग बैठ बैठ मोहे, नाम सुमिरना है, वृंदावन में श्री ...
Read moreDetails© 2024 Bhajan Diary