मन से हंस बने मत कागा संगत छोड़ दे खोटा की लिरिक्स
मन से हंस बने मत कागा, संगत छोड़ दे खोटा की, भवसागर से तिरणो वे तो, बाह पकड़ ले मोटा ...
Read moreDetailsमन से हंस बने मत कागा, संगत छोड़ दे खोटा की, भवसागर से तिरणो वे तो, बाह पकड़ ले मोटा ...
Read moreDetailsसतगुरु जी मैं, जाऊं चरणा बलिहारी, सायब म्हारा सतगुरु जी।। तर्ज - अम्लिड़ो। सतगुरु जी, अंधियारे दीवलो करावे, ये मन ...
Read moreDetailsओ शिव भोले मेरे, मेरा मन डोले, जागो समाधी गोरा बोले।। बैठे ओ बाबा मेरे, अखियाँ मूंद के, कह कह ...
Read moreDetailsझुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा, दोहा - गौसाई गिर ऊपरे, और सिंवरू मोटा श्याम, मंडी बिराजो देवरे बाबा, धर ...
Read moreDetailsदिल में समा ले, मन में समा ले, मन की आँखे खोल, बोल महादेव बोल रे बन्दे, बोल महादेव बोल, ...
Read moreDetailsधन धन अंजनी का लाला, बजरंगबली मतवाला, राम के काज के सँवारे तूने, भक्तों का प्रतिपाला रे, धन धन अँजनी ...
Read moreDetailsमेलो फागण को खाटू में चालो, श्याम ने रंगस्या जी, मेलो फागण को।। तर्ज - धमाल। रंग भरी पिचकारी लेकर, ...
Read moreDetailsभोलेनाथ मेरे मरने से पहले, ऐसी चिलम पिला देना, पी कर सीधा स्वर्ग में पहुंचूं, ऐसी दम लगवा देना, भोलेनाथ ...
Read moreDetailsमेरे श्याम धणी की मोरछड़ी, पल भर में जादू कर जाएगी, गर फिर गई तेरे सर पे तो, गर फिर ...
Read moreDetailsसतगुरु जी महाराज मोपे, दोहा - सतगुरु जिनका नाम है, और घट के भीतर धाम, ऐसे दीनदयाल को, मेरा बारम्बार ...
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