जतन कर आपणा प्यारे कर्म की आस नहीं कीजे लिरिक्स
जतन कर आपणा प्यारे, कर्म की आस नहीं कीजे।। मानुस की देह है गुणकारी, अक्ल पशुओं से है न्यारी, वो ...
Read moreDetailsजतन कर आपणा प्यारे, कर्म की आस नहीं कीजे।। मानुस की देह है गुणकारी, अक्ल पशुओं से है न्यारी, वो ...
Read moreDetailsआइये आइये हो गुरूजी महाराज, सभा में तने याद करै।। सभा बीच में तने बुलावे, बालक तेरे प्यारे, गलती की ...
Read moreDetailsमैं तेरे शहर से कल, चला जाऊंगा, फिर कभी लौट कर, ना आऊंगा, फिर कभी लौट कर, ना आऊंगा, मै ...
Read moreDetailsकर दो दया मुझ पे एक बारी, दोहा - ज़माने से सुना, जिसकी नहीं संसार सुनता है, उसकी अर्जी मेरा ...
Read moreDetailsकीर्तन में घूमे मोरछड़ी, मेरे सांवरिया सरकार की। दोहा - मोरछड़ी की महिमा भारी, दुनिया सारी कहती है, श्याम सांवरे ...
Read moreDetailsरिद्धी सिद्धी दातार, तुमसे गये देवता हार, तेरी हो रही जय जयकार, गौरी शंकर के प्यारे।। तर्ज - ना कजरे ...
Read moreDetailsपितु मातु सहायक स्वामी सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो, जिनके कुछ और अधार नहीं, तिनके तुम ही रखवाले ...
Read moreDetailsराम नाम तू ले ले बन्दे, यही तो तारण वाला है, दो शब्द री नाव बना ले, और कर ले ...
Read moreDetailsमेरी बहना केशों पर लिख कल्याणी, दोहा - सत्य कलम ले हाथ में, भर के धर्म दवात, जो जो मैं ...
Read moreDetailsश्री गिरिराज वास मैं पाऊं, ब्रज तज बैकुंठ ना जाऊं।। देखे - बिहारी घर मेरा बृज में। विचरूं मैं लता ...
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