दर दर भटकता फिरा ठोकर बड़ी खाया हूँ भजन लिरिक्स
दर दर भटकता फिरा, ठोकर बड़ी खाया हूँ। दोहा - रूतबा ये मेरे सर को, तेरे दर से मिला है, ...
Read moreDetailsदर दर भटकता फिरा, ठोकर बड़ी खाया हूँ। दोहा - रूतबा ये मेरे सर को, तेरे दर से मिला है, ...
Read moreDetailsमुझे दर्शन दे गई माँ, कल रात सोते सोते, फिर बीती रात मेरी, माँ से बात होते होते, मुझे दर्शन ...
Read moreDetailsआरती जगजननी मैं तेरी गाऊं, तुम बिन कौन सुने वरदाती, किसको जाकर विनय सुनाऊं, आरती जगजननी मैं तेरी गाऊँ।। तर्ज ...
Read moreDetailsकलयुग में फिर से आजा, डमरू बजाने वाले, दुःख दर्द सब मिटा जा, डमरू बजाने वाले।। विष पीके तुमने बाबा, ...
Read moreDetailsमेरे दिल की धड़कन, आज कहने लगी, बाबोसा भक्ति से, मन की ज्योत जली, दुनिया से हो गया मैं बेगाना, ...
Read moreDetailsरामदेव जमरो जगाऊं मैं थाको, हाथ जोड़कर रटू शारदा, ध्यान धरूं गणपत को, रामदेव जमरो जगाऊं में थाको।। मात पिता ...
Read moreDetailsहरपल हर दिन पूजूँ माँ को, कितना पावन रूप है, माँ के आँचल की छावों में, लगती कभी ना धुप ...
Read moreDetailsजब जब भी पुकारू माँ, तुम दौड़ी चली आना, एक पल भी नहीं रुकना, मेरा मान बड़ा जाना।। तर्ज - ...
Read moreDetailsकिसने सजाया तुझको मैया, बड़ी प्यारी लागे बड़ी सोहणी लागे।। ये हार गुलाबी किसने पहराया, माथे रोड़ी का तुझे तिलक ...
Read moreDetailsसीताराम कहो राधेश्याम कहो, बीती जाए उमरिया रे, बीती जाए उमरिया रे, सीता राम कहो राधे श्याम कहो।bd। तूने गर्भ ...
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