है प्रेम जगत में सार और कछु सार नहीं लिरिक्स
है प्रेम जगत में सार, और कछु सार नहीं।। देखे - रे मनवा प्रेम जगत का सार। मीरा का इकतारा ...
Read moreDetailsहै प्रेम जगत में सार, और कछु सार नहीं।। देखे - रे मनवा प्रेम जगत का सार। मीरा का इकतारा ...
Read moreDetailsबाबोसा के पास है जो, बड़े खुश नसीब है, जो चरणों से दूर इनके, वो बदनसीब है, जब सर पे ...
Read moreDetailsआजा माँ काली, तेरी भगतणी, ला बैठी दरबार री, एक आस सै तेरे पै, करो भगतों का उद्धार री।। ज्योत ...
Read moreDetailsश्याम मिजाजी जी, थे रहिजो राजी जी, अरज करा हाथ जोड़।। तर्ज - हम तुम चोरी से। ग्यारस की ग्यारस ...
Read moreDetailsभवन में खेल खिलावेगी, सच्चे मन तै सुमर लिए, माँ काली आवैगी।। मां काली सिर खेल खेल के, कष्टों का ...
Read moreDetailsआवेगा दादा खेड़ा, आवैगा दादा खेड़ा, पहर क धौला भाणा, आके न रंग जमाणा, धर देगा सिर प हाथ र ...
Read moreDetailsतेरी तिरछी नज़र ने, क्या जादू किया। दोहा - टेढ़ो सर पे मुकुट विराजे, टेढ़ी तेरी चाल, टेढ़ी तेरी बांकी ...
Read moreDetailsअपना तो सब कुछ कन्हैया, एक तू संसार में, जी रहा ये ज़िन्दगी मैं, आपके ही प्यार में, अपना तो ...
Read moreDetailsतेरे भवन सजाए आज, मेरे अंगना बालाजी, मैं तने बुलाऊं आज, मेरे अंगना बालाजी।। तेरे नाम की ज्योत जगाई, धर ...
Read moreDetailsएहसान तेरे इतने, कैसे मैं चुकाऊंगा, क्या क्या किया है तुमने, कैसे मैं भुलाऊँगा, एहसान तेरे इतनें, कैसे मैं चुकाऊंगा।। ...
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