हनुमत से बोली यूँ माता भजन लिरिक्स
हनुमत से बोली यूँ माता, क्यों मुख मुझे दिखाया है, तू वो मेरा लाल नहीं, जिसे मैंने दूध पिलाया है।। ...
Read moreDetailsहनुमत से बोली यूँ माता, क्यों मुख मुझे दिखाया है, तू वो मेरा लाल नहीं, जिसे मैंने दूध पिलाया है।। ...
Read moreDetailsहाथ कस के पकड़ ले मेरा सांवरे, मैं छुड़ाना भी चाहूँ, छुड़ाना सकूँ। तर्ज - हाल क्या है दिलों का ...
Read moreDetailsपी ले जरा तू जी ले जरा, श्याम की अँखियों से मस्ती बरसे, पी ले जरा तू जी ले जरा।। ...
Read moreDetailsतुमसे कन्हैया मेरी प्रीत पुरानी, परख ना पाये ये दुनिया दीवानी, तुमसे कन्हैया मेरी प्रीत पुरानी।। तर्ज - परदेसियों से ...
Read moreDetailsकभी ये गम में कभी ख़ुशी में, निकल ही जाते है चार आंसू, मगर कन्हैया तेरे प्यार में, निकले है ...
Read moreDetailsबाबा ओ बाबा भूलूँ ना द्वारा, छोड़ा जगत ने तो दिया था सहारा, दिया मान सम्मान ऐ श्याम, तू पहचान ...
Read moreDetailsजब याद तुम्हारी आती है, मैं तेरे दर पर आता हूँ, अपने सुख दुख को हे ठाकुर, मैं रो रो ...
Read moreDetailsश्याम तुम्हारे खाते में, नाम हमारा लिख लेना, चरण चाकरी दे देना, अपनी शरण में ले लेना, श्याम तुम्हारे खाते ...
Read moreDetailsइन लम्हो का उन लम्हो से, नहीं है नहीं है नहीं है कोई मेल, कभी हँसते है कभी रोते है, ...
Read moreDetailsफूलो का तारो का सबका कहना है, एक हजारो मेंरे गुरुवर है, सारी उमर गुरु की भक्ति करना है, फूलो ...
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