ग्वालन क्यों तू मटकी तू कैंसे पे मटकी भजन लिरिक्स
ग्वालन क्यों तू मटकी, तू कैंसे पे मटकी। दोहा - बरसाने की गुजरी, मोहे रोज करें हैरान, फंदे में तू ...
Read moreDetailsग्वालन क्यों तू मटकी, तू कैंसे पे मटकी। दोहा - बरसाने की गुजरी, मोहे रोज करें हैरान, फंदे में तू ...
Read moreDetailsथोड़ी सी जिन्दगानी खातिर, नर के के तू तोफान करे, एक मिनट का नहीं भरोसा, बरसों का सामान करे।। काया ...
Read moreDetailsइतना बता दे हमको सांवरा, क्यूं परिवार ये टूटता है, पैसों की खातिर एक भाई, भाई से ही रूठता है, ...
Read moreDetailsये नैया मेरी बाबा कर दो किनारे, चले आओ मोहन है तेरे सहारे।। तर्ज - लगी आज सावन की फिर ...
Read moreDetailsखेले कुंज गलिन में श्याम, होरी फाग मच्यो री भारी, फाग मच्यो भारी,ओ कान्हा, फाग मच्यो भारी, खेलें कुंज गलिन ...
Read moreDetailsगुरू मुरारी ने, मैं करदी मालो माल।। सुपने में प्रतिदिन आवः, सुपने में प्रतिदिन आवः, आ क मन्नै वो समझावः, ...
Read moreDetailsसमचाणे की माटी पे, हटके फुल खिला जा, मेरे गुरु मुरारी आजा, मेरे गुरु मुरारी आजा।। हो समचाणे मे जा ...
Read moreDetailsसतगुरु पारस खान है, दोहा - गुरु की कीजे बंदगी, दिन में सौ - सौ बार, काग पलट हंसा किया, ...
Read moreDetailsमाला फेरो ने राजी राजी, मारा बूढ़ा माजी।। रोटी खावे तो, मुखड़ो जी दुखे, हलवो खावे तो, घणा राजी, मारा ...
Read moreDetailsसंकट में राजा राम के, बालाजी आडो आयो, ए सात समंदर कुद गयो, माँ अंजनी को जायो, दुखड़ा में राजा ...
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