शिव शंकर तुम्हरी जटाओ से गंगा की धारा बहती है लिरिक्स
शिव शंकर तुम्हरी जटाओ से, गंगा की धारा बहती है, सारी श्रष्टि इसलिए तुम्हे, गंगा धारी शिव कहती है, शिव ...
Read moreDetailsशिव शंकर तुम्हरी जटाओ से, गंगा की धारा बहती है, सारी श्रष्टि इसलिए तुम्हे, गंगा धारी शिव कहती है, शिव ...
Read moreDetailsतू मेरा दाता है तू मेरा रहबर है, मेरी इस कहानी का तू हीरो है, ये तेरी कृपा ही है ...
Read moreDetailsजो श्याम पर फिदा हो, उस तन को ढूंढते है, घर श्याम का हो जिसमे, उस मन को ढूंढते हैं।। ...
Read moreDetailsजबसे चढ़ा मैं तेरह सीढ़ियां, बदल गई किस्मत मेरी, चमत्कारी खाटु वाले है, तेरह सीढ़िया ये तेरी, चमत्कारी खाटु वाले ...
Read moreDetailsआया आया जी गुरूसा मारे पावणा, आया मारे मेहमान, गुरूसा घर आया रे, आया मारे मेहमान, गुरूसा घर आया रे।। ...
Read moreDetailsसंत विया बड़भागी, ज्यारी महिमा जग में भारी, अरे संत विया बडभागी, ज्यारी महिमा जग में न्यारी अरे माता मगरी ...
Read moreDetailsरमो रमो आशापुरा माँ, सेवक शरने आया रे, अरे भगतो रे हलकारे मावडी, रमता खेलता आवो रे, अरे भगतो रे ...
Read moreDetailsवक्त का पहिया चलता जाये, हमको ये बतलाये, समय क्या आ गया है, कलयुग का ये खेल निराला, पग पग ...
Read moreDetailsमाई री मैंने गोविंद लीनो मोल, गोविंद लीनो मोल।। कोई कहे सस्ता, कोई कहे महंगा, लीनो तराज़ू तोल, माई री ...
Read moreDetailsशेरोवाली जरा, दे दे दर्शन हमें, अपने भक्तो पे, इतना तो उपकार कर, लाल हूँ मैं तेरा, तू है मईया ...
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