धरती झूमे अंबर झूमे,
झूमे ग्वाला गैया रे,
नन्द बाबा जी तुमको बधाईयां,
प्रकट भये कृष्ण कन्हैया।।
लाला की सूरत तुम देखो,
देखो इनके पांव,
इनकी अखियां मोटी मोटी,
देखन आया गांव,
कितना सुंदर कितना मनोहर,
लेते सारे बलैया रे,
यशोदा मैया जी तुमको बधईयां,
प्रकट भये कृष्ण कन्हैया।।
आज कंजूसी नहीं चलेगी,
दिल को जरा सा खोलो जी,
अपनी वाणी से तुम सारे,
जय श्री कृष्णा बोलो जी,
आज बधाइया देने देखो,
आयी है लक्ष्मी मैया जी,
यशोदा मैया जी तुमको बधईयां,
प्रकट भये कृष्ण कन्हैया।।
धरती झूमे अंबर झूमे,
झूमे ग्वाला गैया रे,
नन्द बाबा जी तुमको बधाईयां,
प्रकट भये कृष्ण कन्हैया।।
गायक – कन्हैया मित्तल जी।
प्रेषक – साहिल सांखला।