म्हारा खाटू वाला भगता की,
बिगड़ी बनावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी।।
तर्ज – म्हारो बाबो म्हाने मायड़।
बाल ना बाँका होवन देवे,
जिस पर किरपा होती,
चिंता ना कोई फ़िकर सतावे,
जागे क़िस्मत सोती,
इसकी किरपा से प्रेमी तो,
हरपल मौज उड़ावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी।।
सेठों का यो सेठ निरालो,
रंक ने राजा बनावे,
सोना चाँदी हीरा मोती,
भर भर माल लुटावे,
बाँझन की झोली इसके दर,
आने से भर जावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी।।
राखे राज़ी श्याम मिज़ाजी,
जो इसका हो जावे,
गलस्यूँ लगावे लाड़ लड़ावे,
गोदी में यो बिठावे,
अंकुर – अंकित की नैया,
साँवरिया पार लगावे जी,
तेरा “हर्ष” दीवाना साँवरिया,
गुण तेरे ही गावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी।।
म्हारा खाटू वाला भगता की,
बिगड़ी बनावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी,
हारे को म्हारा बाबा,
जितावे जी।।
Singer – Harsh Sharma