मेरी परछाई बनकर,
मेरे साथ वो चलता है,
वो बाबोसा चूरूवाला,
मेरे दिल में रहता है।।
तर्ज – एक प्यार का नगमा है।
मेरे हर सुख दुख की वो,
हरपल रखता है खबर,
खुशियो से गुजर रहा,
मेरी जिंदगी का सफर,
तेरी मूरत से बाबोसा,
मेरा दिल ये बहलता है,
बाबोसा चूरूवाला,
मेरे दिल में रहता है।।
सांसो में बसे मेरे,
ये है मेरी धड़कन,
ये है मेरे तन मन मे,
बाबोसा मेरा जीवन,
ज्योति बनके ही ये,
अंधेरा मिटाता है,
बाबोसा चूरूवाला,
मेरे दिल में रहता है।।
मेरी जिंदगी का तो,
मालिक है बाबोसा,
छोड़ेगा अकेला ना,
मुझको है भरोसा,
दिलबर ये मेरा तुझसे,
परिवार चलता है,
बाबोसा चूरूवाला,
मेरे दिल में रहता है।।
मेरी परछाई बनकर,
मेरे साथ वो चलता है,
वो बाबोसा चूरूवाला,
मेरे दिल में रहता है।।
गायिका – सुजाता त्रिवेदी मुंबई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365