मैं तो सत री संगत में जाउला,
राम गुण हरि गुण गाउला।।
सत री संगत में गुरु सा बिराजे,
जा चरणा में रेउला,
राम गुण हरि गुण गाउला।।
सत री संगत में गंगा बेवे,
जन्मो का पाप मिटाऊला,
राम गुण हरि गुण गाउला।।
सत री संगत में तीरथ सारा,
संग साधू के रेऊला,
राम गुण हरि गुण गाउला।।
संत शरण या निर्भय वाणी,
तुलसी दास जस गाउला,
राम गुण हरि गुण गाउला।।
मैं तो सत री संगत में जाउला,
राम गुण हरि गुण गाउला।।
Singer – Bhojraj Gurjar
Upload – Ved Parkash Meena
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