इस ग्यारस क्या श्याम हमें तू,
खाटू नहीं बुलायेगा,
हम तेरे बिन रह नहीं पाते,
तू कैसे रह जायेगा।।
है बड़भागी जो खाटू में,
दिन कई रुक के आयेंगे,
कुछ ऐसे है जिनको तेरे,
दर्श नहीं मिल पायेंगे,
वो रोयेंगे याद में तेरी,
हंसता हुआ जग आयेगा,
इस ग्यारस क्या श्याम हमे तू,
खाटू नहीं बुलायेगा।।
कोई खता जो हमने की तो,
हमको श्याम भुलाओगे,
बोलो कैसे इस दुनिया में,
दातारी कहलाओगे,
कैसे मेरा श्यामधनी तू,
पत्थर दिल हो जायेगा,
इस ग्यारस क्या श्याम हमे तू,
खाटू नहीं बुलायेगा।bd।
तूने अगर ना आज बुलाया,
कैसे तुझे बुलाऊँगा,
टूट गया जो मेरा भरोसा,
जोड़ नहीं मैं पाउँगा,
मन कहता है तेरे ‘सचिन’ को,
तू ही लेने आयेगा,
इस ग्यारस क्या श्याम हमे तू,
खाटू नहीं बुलायेगा।।
इस ग्यारस क्या श्याम हमें तू,
खाटू नहीं बुलायेगा,
हम तेरे बिन रह नहीं पाते,
तू कैसे रह जायेगा।।
Singer – Vijay Goswami
Lyrics – Sachin Tulsiyan