घर के मालिक से जरा सी,
बात हो जाए,
सुना दू ऐसा तराना,
ये मेरे साथ हो जाए।।
काम करता है बाबा,
नाम करता है बाबा,
मेरी खाली झोली को,
तू ही भरता है बाबा,
इसके रहते टेंशन सब,
बेकार हो जाए,
सुना दू ऐसा तराना,
ये मेरे साथ हो जाए।।
चाकरी तेरी बाबा,
काम ये आ रही है,
मेरे जीवन में खुशियां,
ये हरदम ला रही है,
बाबा को भी प्यार का,
एहसास हो जाए,
सुना दू ऐसा तराना,
ये मेरे साथ हो जाए।।
तूने दिया है बाबा,
तेरा ही खा रहा हूं,
तूने लिखवाया बाबा,
तभी तो गा रहा हूं,
‘लकी’ पर तेरी नजर,
ये आज हो जाए,
सुना दू ऐसा तराना,
ये मेरे साथ हो जाए।।
घर के मालिक से जरा सी,
बात हो जाए,
सुना दू ऐसा तराना,
ये मेरे साथ हो जाए।।
गायक / लेखक – लक्की शुक्ला।
9509400214