देखो आज सतगुरू की बलिहारी,
देखो आज साहब की बलिहारी।।
वाहामा से आयो साफ चुनरिया,
याहमा मे दाग लगाओ,
दाग छोराबन सतगुरू आयो,
सत्य के साबुन लायो,
देखो आज सायब की बलिहारी।।
सकल साज सदगुरू लायो,
जी के तिनका छोराओ,
ताकि पीछे नाम लिखा हे,
साधु सेवा जनाऐ,
देखो आज सायब की बलिहारी।।
लाख चरासी भरमी भ्रम को,
मानुष देहिया पाई,
अवकी बार चुक जाओगे फिर,
चोराषी मे जाई,
देखो आज सायब की बलिहारी।।
धर्म ही दास के गुरू शरण के,
सतगुरू शरण लगाए,
साहेब कबीर अभय पद दाता,
कबीर नाम धराऐ,
देखो आज सायब की बलिहारी।।
देखो आज सतगुरू की बलिहारी,
देखो आज साहब की बलिहारी।।
Singer – Jayprakash Das Ji
9558741430