चालो चाला जी आपा,
चूरू नगरी चाला।
दोहा – चूरू नगरी माहीने,
मंदिर आलिशान,
भगतो रा कारज सारे,
श्री बाबोसा भगवान।
चालो चाला जी आपा,
चूरू नगरी चाला,
जठे विराजे म्हारा प्यारा बाबोसा,
म्हाने केवे बाईसा,
चालो चुरू नगरी चाला।।
चूरू नगरी माही बणीयो,
बाबोसा रो धाम जी,
सारी दुनिया माही गूंजे,
ॐ बाबोसा नाम जी,
खुल जासी जठे है,
किस्मत रा ताला,
चालो चुरू नगरी चाला।।
दर्श करे जो बाबोसा रा,
दुख संकट टल जावे जी,
अन्नधन रा भंडार भरे,
वो मनवांछित फल पावे जी,
भगतो री बिगड़ी ने,
बनावण वाला,
चालो चुरू नगरी चाला।।
बाबोसा कलयुग अवतारी,
सब रा तारणहार जी,
दुनिया माही डंको बाजे,
हो रही जय जयकार जी,
भगता ने लागे ऐतो,
सब सु वाला,
चालो चुरू नगरी चाला।।
मंजू बाईसा हाथ पकड़ने,
चूरूधाम ले जावे जी,
बाबोसा री महिमा ‘दिलबर’,
बाईसा बतावे जी,
सुरज ने कविता भी,
थारे द्वारे आया,
चालो चुरू नगरी चाला।।
चलो चालां जी आपा,
चूरू नगरी चाला,
जठे विराजे म्हारा प्यारा बाबोसा,
म्हाने केवे बाईसा,
चालो चुरू नगरी चाला।।
गायक – सुरेश रांका,कविता शाह मदुरई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365








