धजबन्द लाज रखो म्हारी रामदेवजी सायल लिरिक्स
धजबन्द लाज रखो म्हारी, ओ बापजी कलम रखो म्हारी, तीन लोक और चौदह भवन में, अखण्ड जोत थारी।। घर अजमल...
Read moreDetailsधजबन्द लाज रखो म्हारी, ओ बापजी कलम रखो म्हारी, तीन लोक और चौदह भवन में, अखण्ड जोत थारी।। घर अजमल...
Read moreDetailsकलजुग कमज्या थोरी अजमाल रा, पत राखो भाने री लाज, ओ भेक री लाज, प्रेम रा प्याला हेत कर पीवो,...
Read moreDetailsराजा जी देवरो देवसी ने दीजे रे, दोहा- रामा सामी आवजो, कलयुग बहे करूर, अर्ज करूं अजमाल रा, हेलो साम्भल...
Read moreDetailsमाई मैं तो देख्या दो वनवासी, देख्या देख्या दो संन्यासी, माई मै तो देख्या दो वनवासी।। आगे तो आगे राम...
Read moreDetailsभेरुजी प्रकटिया प्रगटिया, नदी गोमती माय, परचो दिखायो, जुग में आईने हो जिओ।। भेरू जी होया होया तेजो बा री...
Read moreDetailsशिव थारी जय बोलो, दोहा - शिव समान दाता नही, तो विपत विदारण हार, लज्जा मोरी राख जो, शिव बैलन...
Read moreDetailsहे हैदराबाद में धाम आईजी रो कहावे, भगतो रे मन भावे, बीरा शमशाबाद रे माय आईजी बिराजे, जटे ढोल नगाड़ा...
Read moreDetailsथारो खूब सज्यो दरबार, म्हारा बालाजी सरकार, मैं तो आया दर्शन ताइ, बाला झट आवो दरबार, बेगा आओ नि बालासा,...
Read moreDetailsथारा देवल में बाजा रे बाजे, दिवला री जोत जगाई ऐ माँ, आव आव मारी ईडाणा माँ, अति कटे देर...
Read moreDetailsहमें मोरी सायल सुणो रे, सिद्द रामदेव हो ओ ओ जे। दोहा - रामा सामी आवजो, कलजुग बहे क्रूर, अर्ज...
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