जयपुर का गोविन्द देव जी राधा और रुक्मण ने ल्याजे लेर जी
जयपुर का गोविन्द देव जी, राधा और रुक्मण ने ल्याजे लेर जी।। मोरमुकुट घनश्याम सांवरा, अंग वस्त्र पीताम्बर, पांच बज़्या...
Read moreDetailsजयपुर का गोविन्द देव जी, राधा और रुक्मण ने ल्याजे लेर जी।। मोरमुकुट घनश्याम सांवरा, अंग वस्त्र पीताम्बर, पांच बज़्या...
Read moreDetailsआओ ये सातू बहना आओ, घुघट में घुमर घालो, म्हारी राजराण्या ऐ, घुघट में घुमर घालो, म्हारी राजराण्या ऐ।। आओ...
Read moreDetailsदर्शन करल्यो जी, हरि की लीला है, थे हिय में धर लो जी, हरि की लीला है।। आ लीला है...
Read moreDetailsमहिमा अपरम्पार आपरी, लीला अपरम्पार, म्हारा मुनिराज जी ओ, आपरी महिमा अपरम्पार, शमशेर गिरी जी ओ, आपरी लीला अपरम्पार।। संवत...
Read moreDetailsनर तन पायो रे मना, दोहा - पाए जन्म संसार में, भजियो नही सिरजन हार, वो मानुष तन आवयो, मिले...
Read moreDetailsथे छो रिद्धि सिद्धि का सिरताज, म्हारे घर आवो जी गणराज, आवो जी गणराज, ज्ञान बताओ जी गणराज, थे हो...
Read moreDetailsउणा वाली धरती माने, लागे है प्यारी, मारा देव धणी, हास्यास बिराज्या, दुखिया रा सहारा, मारा देव धणी।। धन्य धन्य...
Read moreDetailsबाजा इंदरगढ़ में बाजे छे, सातों बहनों साथ में भेरुजी नाचे छे।। भादवा को बड़ो महीनों, लागे छे दरबार, जात्र्या...
Read moreDetailsदिल की आंख उघाड़, अब तू जाग रे जिया, अब तू जाग रे जिया, तेरे दिल की आंख उघाड, अब...
Read moreDetailsम्हारी मायड़ मोतिया वाली, थे हो जसोल की धनयानी, थारे देवरे में आया थारा जातरी।। देखे - मेहंदी राचण लागी...
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