थाने सिमरा गजानंद आज आवो बाबा कीर्तन में लिरिक्स
थाने सिमरा गजानंद आज, आवो बाबा कीर्तन में।। हरी हरी पिली देवा आंगणो निपावां, केसर कंकु चन्दन चौकावां , थाने...
Read moreDetailsथाने सिमरा गजानंद आज, आवो बाबा कीर्तन में।। हरी हरी पिली देवा आंगणो निपावां, केसर कंकु चन्दन चौकावां , थाने...
Read moreDetailsतन की पीड़ा मनवो लखे रे, मन पीड़ा मन पाव, ज्यारा साजन बिछड़े रे, पड़े कलेजे घाव, म्हारा पियाजी एकर...
Read moreDetailsहरि भज हरि भज हरि भज प्राणी, एक दिन पिंजरो पड़ जासी, करणा वे सो करले रे प्राणी, जंगल डेरा...
Read moreDetailsकलयुग में गाया री पुकार, दोहा - ब्रह्म जगत में एक है, चांद सूरज है दोई, पाप जगत में हस...
Read moreDetailsभूल बिसर मत जाना सांवरिया, मेरी ओड़ निभाना जी।। मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, कुंडल झलकत काना जी, वृन्दावन की कुञ्ज...
Read moreDetailsझुंझार जी को मंदिर, कौन चुनायो भगवान।। सुसरो जी म्हारा सुरज्ञानी, झुंझारा जी को मंन्दिर, वे चुनायो भगवान।। झुंझारा जी...
Read moreDetailsअवसर तेरा पल पल में जावे, दोहा - कबीर इन संसार में, धारा देखी दोय, धन चाहिए तो धर्म करो,...
Read moreDetailsसंकट मेट मुरारी माधव, संकट मेट मुरारी रे।। संकट में एक बंकट उपनियो, कहत मृग की नारी, क्या कहूं कित...
Read moreDetailsकर भक्ति से प्यार, जब पावे तू तो, अमर पति म्हारी हेली, कर भक्ती से प्यार।। हां म्हारी हेली, श्रुति...
Read moreDetailsमैं तो आया हो थारे दरबार, हो दाता थोरी तो महिमा अपार, जय हो खेतेश्वर, थारी जय हो खेतेश्वर।। पिता...
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