मारी बाणी मारा सतगुरु जाणी गोरक्ष नाथजी भजन
मारी बाणी मारा सतगुरु जाणी, गोरख जी आया जिण दिन, पवना पाणी ओ जी।। अंड नहीं होता दाता पंड नहीं...
Read moreDetailsमारी बाणी मारा सतगुरु जाणी, गोरख जी आया जिण दिन, पवना पाणी ओ जी।। अंड नहीं होता दाता पंड नहीं...
Read moreDetailsनाम ले रे नाम ले तू, नाम से तिरेलो, मिनख जमारो बन्दा, फेर न मिलेगो, नाम ले रे नाम ले,...
Read moreDetailsसुर बीना पुगे नाय, मारग थक जाता, सुन में पुगें साध, भाग्यफल पाता है वो जी।। कण्ठ कवल के माई,...
Read moreDetailsनयो नयो साल मनावा, रुणिचा नगरी में, रुणिचा नगरी में, बाबा की नगरी में।। रुणिचा में धाम बण्यो है, बाबो...
Read moreDetailsआजा मानव सत्संग में, दोहा - एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनियाध, तुलसी सत्संग साध की, कटे करोड़ अपराध।...
Read moreDetailsमैं तो रोज रोज थारा ही, गुण गाऊ खाटू वाले जी। दोहा - हारे के सहारे आप हो, मेरे खाटू...
Read moreDetailsमेरा सतगुरु हो दातार, काट दो फंदा, मुझको सुजे नाय, जन्म का अँधा।। मुल कमल के माय, गुणेशा बंदा, रिद्धि...
Read moreDetailsजीव थारे कोई काम नहीं आयो, भजन बिना रितो जनम गमायो।। भाई बंदु थारा कुटम कबिला, थने गणो हरसावे, मरती...
Read moreDetailsबाडिया वालो श्याम, आज कृपा करग्यो, मैं तो सोयो नींद में, ऐलान करग्यो।। चोरी चोरी चुपके चुपके, आयो बाबो रात...
Read moreDetailsदेवी सिमरा शारदा मने, गणपति देव मनाया। दोहा - सिंह चढ़िया देवी मिलें, गरूड़ चढ़िया भगवान, बेल चढ़िया शिवजी मिलें,...
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