रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजे लिरिक्स
रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजे, रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजें, गणराजा, देवों के राजा देवों के राजा।। तर्ज...
Read moreDetailsरिद्धि और सिद्धि के बिच विराजे, रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजें, गणराजा, देवों के राजा देवों के राजा।। तर्ज...
Read moreDetailsहे शिव के लाला अरज सुनो, हम शरण तुम्हारी आए है, ठुकराना ना हमको देवा, इस जग के हम ठुकराए...
Read moreDetailsरिद्धी सिद्धी दातार, तुमसे गये देवता हार, तेरी हो रही जय जयकार, गौरी शंकर के प्यारे।। तर्ज - ना कजरे...
Read moreDetailsगौरी के पुत्र गणेश जी, मेरे घर में पधारो। दोहा - सदा भवानी दाहिनी, सन्मुख रहे गणेश, पाँच देव रक्षा...
Read moreDetailsमाता गौरा के लाल, तुम्हे आना पड़ेगा, देवा आ करके लाज को, निभाना पड़ेगा, मैया गौरा के लाल, तुम्हे आना...
Read moreDetailsहे गणपति गजानन, मेरे द्वार तुम पधारो, बिगड़ी मेरी बना के, मेरा भाग्य तुम सवारों, हे गणपति गजानंद, मेरे द्वार...
Read moreDetailsगणपति के गुण गाते चलो, विघ्न सभी टल जायेंगे, पहले इन्हें मनाते चलो, विघ्न सभी टल जायेंगे।। सबसे पहले शुभ...
Read moreDetailsकर दो नजरे करम गणपति, कर दो नजरें करम गणपति, किरपा की नजर, हमपे कर दो अगर, तेरे दरबार में...
Read moreDetailsगजानंद गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना, मनाएं आज हम तुमको, मेरी महफिल में आ जाना।bd। तर्ज...
Read moreDetailsमैं तेरे गुण गाऊं गजानन, पहले तुम्हे मनाऊं, सौ सौ बार मनाऊं गजानंद, पहले तुम्हे मनाऊं।। हरि हरि गोबर अंगना...
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