ओ मावड़ी थारे रूप की शोभा न्यारी भजन लिरिक्स
ओ मावड़ी थारे, रूप की शोभा न्यारी, थारे नैनो की ज्योति निराली, म्हारी मावड़ी।। तर्ज - बन्ना रे बागा में।...
Read moreDetailsओ मावड़ी थारे, रूप की शोभा न्यारी, थारे नैनो की ज्योति निराली, म्हारी मावड़ी।। तर्ज - बन्ना रे बागा में।...
Read moreDetailsम्हारी झुँझन वाली माँ, पधारो कीर्तन में, कीर्तन में माँ कीर्तन में, भक्ता के घर आँगन में, म्हारी झुँझण वाली...
Read moreDetailsओढ़ चुनरियाँ लाल, बैठी हेै दादी सजधज के, बैठी है दादी सजधज के, बैठी है दादी सजधज के, देखलो दादी...
Read moreDetailsजब तक हो दादी जीवन मेरा, छूटे कभी ना ये ढाढण तेरा, तेरी सेवा में है अर्पण, तन मन मेरा,...
Read moreDetailsभगत पुकारे आज मावड़ी, आके लाज बचा जा ऐ, दुःख पावे है टाबर थारा, आके कष्ट मिटा जा ऐ, भक्त...
Read moreDetailsहिचकी आवन लागि, म्हाने दादी थारे नाम की, आसी आसी रे मावड़ली, म्हारे आँगन आज जी, म्हारी दादी जी बढ़ासी,...
Read moreDetailsओ झुँझन वाली माँ, क्या खेल रचाया है, तू प्यार का सागर है, तू मन का किनारा है, ओ झुँझण...
Read moreDetailsजगत सेठाणी म्हारी, दादी माँ कुहावे, मोटी ये सेठाणी म्हारी, नारायणी कुहावे, जो भी मंगल करावे, जो भी चुनड़ी चढ़ाए,...
Read moreDetailsओ मैया मैं तुम्हारा, लगता नहीं कोई, पर जितना किया तुमने, करता नहीं कोई, ओ मईया मैं तुम्हारा, लगता नहीं...
Read moreDetailsदादी नाचण दे तेरे भक्ता ने, तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, दादी नाचण दें, कीर्तन माहि आज छा गई, कीर्तन माहि...
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