बुलाने से नहीं आते,
तो शक ये,
तुम पे करते है की,
हमें तुम भूल बैठे हो,
हमें तुम भूल बैठे हो,
शिकायत हम नहीं करते,
गुजारिश तुमसे करते है की,
हमें तुम भूल बैठे हो,
हमें तुम भूल बैठे हो।bd।
तर्ज – शराफत छोड़ दी मैंने।
सदाएं दे रहे है हम,
सदाएं सुन के आ जाओ,
सदाएं सुन के आ जाओ,
फकत बस एक झलक अपनी,
प्रभु हमको दिखा जाओ,
प्रभु हमको दिखा जाओ,
अरज हमरी नहीं सुनते,
तो मन ही मन में डरते है की,
हमें तुम भूल बैठे हो,
हमें तुम भूल बैठे हो।bd।
ये जग रूठे नहीं परवाह,
नहीं तुम रूठना हमसे,
नहीं तुम रूठना हमसे,
हमेशा याद करते है,
नहीं तुम भूलना हमको,
नहीं तुम भूलना हमको,
लगे जब चोट भाव पर,
तभी तो भक्त कहते है की,
हमें तुम भूल बैठे हो,
हमें तुम भूल बैठे हो।bd।
तड़पते है तुम्हारे बिन,
सजा अब और ना देना,
सजा अब और ना देना,
कहे तुमसे ‘रवि’ भी ये,
परीक्षा और ना लेना,
परीक्षा और ना लेना,
ये मौका फिर नहीं देना,
भक्त ये फिर से कह बैठे की,
हमें तुम भूल बैठे हो,
हमें तुम भूल बैठे हो।bd।
बुलाने से नहीं आते,
तो शक ये,
तुम पे करते है की,
हमें तुम भूल बैठे हो,
हमें तुम भूल बैठे हो,
शिकायत हम नहीं करते,
गुजारिश तुमसे करते है की,
हमें तुम भूल बैठे हो,
हमें तुम भूल बैठे हो।bd।
Singer – Mukesh Bagda Ji