बालाजी थारी शक्ति को,
पार कोनी पायो रे,
भारी पर्वत ने हाता में,
धर लायो रे।।
एक समय के माई दशानन,
चुरा लियो सिय नारी,
राम रावण ने लंका माई,
युद्ध छिड़ गयो भारी,
बालाजी थाने,
रूप विशाल बनायो रे,
भारी पर्वत ने हाता में,
धर लायो रे।।
मेघनाथ की शक्ति लागी,
लक्ष्मण हूयो अचेत,
संजीवन लावा को बजरंग,
मिलियो तोहे संकेत,
बालाजी तुने लम्बी,
छ्लांग लगाई रे,
भारी पर्वत ने हाता में,
धर लायो रे।।
द्रोणा गिरी ने उठा लियो,
आकसिया भरियो उड़ान,
साथ दियो बजरंग बाला,
श्री राम जी रो मान,
बालाजी तुने लक्ष्मण का,
प्राण बचाया रे,
भारी पर्वत ने हाता में,
धर लायो रे।।
बालाजी थारी शक्ति को,
पार कोनी पायो रे,
भारी पर्वत ने हाता में,
धर लायो रे।।
Singer – Devsingh