सावन की ऋतू झूलों की बहार है भजन लिरिक्स
सावन की ऋतू, झूलों की बहार है, रिमझिम रिमझिम, पड़ने लगी फुहार है, सावन की ऋतु, झूलों की बहार है।।...
सावन की ऋतू, झूलों की बहार है, रिमझिम रिमझिम, पड़ने लगी फुहार है, सावन की ऋतु, झूलों की बहार है।।...
प्रेम से पुकारा तो तत्काल आ गए, कालो के काल महाकाल आ गए, महाकाल आ गए महाकाल आ गए, काले...
एक कोरे कागज पे, तूने कलम चलाई है, सत पथ की राह गुरु, तूने दिखलाई है, एक कोरे कागज़ पे,...
जीवन तो हमें कई बार मिला, गुरु ऐसा ना बारम्बार मिला, हम भी कुछ करम कमा लेते, अवसर ना हमें...
मुख मोहिनी मुस्कान, नज़रों से चलाये बाण, मुरली से छेड़ता तान, कन्हैया कितना प्यारा है, सांवरा सबका प्यारा है, मोर...
शेरावाली के दरबार में, होती है सुनवाई, सारे जग की महारानी ये, जगदम्बा महामाई, शेरावाली के दरबार मे, होती है...
थारो मन चाह्यो, म्हे भोग लगावा, थाने छप्पन भोग, बाबा म्हे जिमावा, थे भोग लगाने, आओ जी आओ जी, थारो...
हे गुरुवर तव चरण कमल में, श्रद्धा सुमन चढ़ाते हैं, चरण धूलि निज माथे रख कर, तुमको शीश झुकाते हैं।।...
कुण तो सुनासी माँ की ममता, कुन नेनी बाई को मायरियो, कटे गया गुरु राजकुमार जी, बिलख रहयो छ टाबरीयो।।...
सब जग ईश्वर रूप लखावे, गीता माँ की दीक्षा है, ईश्वर नाम निशान मिटावे, भ्रष्ट आज की शिक्षा है।। दैवी...
© 2016-2025 Bhajan Diary