दास रघुनाथ का नंद सुत का सखा भजन लिरिक्स
दास रघुनाथ का, नंद सुत का सखा, कुछ ईधर भी रहा, कुछ ऊधर भी रहा, सुख मिला श्री अवध, और...
दास रघुनाथ का, नंद सुत का सखा, कुछ ईधर भी रहा, कुछ ऊधर भी रहा, सुख मिला श्री अवध, और...
नीचे मंदिर बालाजी का, ऊपर काली माई, दुर दुर त आ क नजारा, देखं लोग लुगाई।। बालाजी के मंदिर आगः,...
टोहे जा तन्नै दुनिया सारी, गुरू मुरारी आ जा न, सुना धाम पड़ा समचाणा, एक ब झलक दिखा जा न,...
हे माँ शेरोँवाली, सुनो ज्योता वाली, सवाली तेरे द्वार पर आ गया, तू अपनाले चाहे, या ठुकरादे मइया, सवाली तेरे...
भव सागर का किनारा है, कलियुग में तेरा द्वारा, शिरडी वाले ओ शिरडी वाले, भव सागर का किनारा है।। तर्ज...
आजा शरण करले हरि का भजन, तेरा जीवन सफल प्राणी हो जाएगा, लगता नही है कुछ तेरा, लगता नही है...
चरणों में रहने दो, करता हूँ अरदास, दूर से मन में, लाया यही आस, चरणों में रहने दो।। तर्ज -...
तेरी नौका में जो बैठा, वो पार हो गया, जो लिया था-२, नाम भव से पार हो गया, तेरी नौका...
मुझे सोने नहीं देती, श्याम तेरी यादे, श्याम तेरी यादे, आँखों आँखों में ही, कट जाती है रातें।। तर्ज -...
श्याम तू क्या जाने, खड़ा है कोने में एक दास, हसरत से वो तुमको देखे, हसरत से वो तुमको देखे,...
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