आवा मुक्ती पइबा,
सद्गुरु दुअरिया,
संवरिया बतिया माना हमरी।।
मंदिर मंदिर नाहीं भटका,
अब ना कर्मकाण्ड अटका,
पाथर पानी पूजत,
बीतल इ उमिरिया,
संवरिया बतिया माना हमरी।।
सारा जीवन पोथी पढ़ला,
दर्शन खातिर पर्वत चढला,
फिर भी नहीं पवला,
हरि क खबरिया,
संवरिया बतिया माना हमरी।।
वहिजा पल में राम देखइहैं,
रसिया निरंकार मिल जइहैं,
दर्शन पाके पुलकित,
हो जाई नजरिया,
संवरिया बतिया माना हमरी।।
आवा मुक्ती पइबा,
सद्गुरु दुअरिया,
संवरिया बतिया माना हमरी।।
गायक – काजू लाल कन्हैया।
9320777344
गीतकार – रसियाकुमार।
९८९२८५०९३८