हुआ तेरे जैसा राम भगत,
कोई और नहीं,
सुनो बजरंग बाला मेरे,
कोई तुझसा और नहीं।।
घिरे निराशा में स्वामी,
श्री राम को समझाए,
लांघ समुद पहुंचे,
तुम सिया सुधि लाए,
मारी सुरसा मारा अक्षय,
रावण की शान गई,
हुआ तेरे जैसा राम भक्त,
कोई और नहीं।।
मेघनाथ जब रण में
था लक्षमण पे भारी,
चढ़ा प्रत्यंचा उसने,
जब शक्ति थी मारी,
राम रोए धीर खोये,
कहे तुम बिन आस नहीं,
हुआ तेरे जैसा राम भक्त,
कोई और नहीं।।
तनुज विश्रवा ने बाला जी,
था जब व्यंग कसा,
फाड के सीना दिखा दिया,
था वहाँ दरबार सजा,
जो लंकापति हुआ त्रपित,
तेरी जय जयकार करी,
हुआ तेरे जैसा राम भक्त,
कोई और नहीं।।
ओ बाला जी तुमने,
है सब के कष्ट हरे,
जो भी शरण में आये,
सारी चिन्ता दूर करे,
अजय कौशिक कहे बाबा,
मेरा तुम बिन कोई नहीं,
हुआ तेरे जैसा राम भक्त,
कोई और नहीं।।
हुआ तेरे जैसा राम भगत,
कोई और नहीं,
सुनो बजरंग बाला मेरे,
कोई तुझसा और नहीं।।
गायक – अजय कौशिक जुलाना।
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