तपे तावड़ो रुणिचे के,
मेला में मेरी माय,
बाबे ने कह दे,
ताण छतरी,
ताण छतरी रे बाबा,
ताण छतरी।।
चप्पल टूटगीं,
कांटा लाग गा,
एकलों रहेगियों मैं,
सागला भाग गया,
पेढों लांबी कोश गों मेरी मां,
बाबे ने कह दे,
ताण छतरी,
तान छतरी रे बाबा,
ताण छतरी।।
किलोमीटर मैं,
गिण गिण धापगो,
ऊंचा धोरा में,
जीवड़ो काँपगों,
सामी भेज दें,
घोड़ा लो मेरी मां,
बाबे ने कह दे,
ताण छतरी,
तान छतरी रे बाबा,
ताण छतरी।।
सुणी मारी सांवरियों,
बादल छा गया,
मैं नाचू मस्ती में,
रंग बरसा गया,
पवन पुनिया संदीप साग मां,
डिसी पे बाबो ताण छतरी,
बाबे ने कह दे,
ताण छतरी,
तान छतरी रे बाबा,
ताण छतरी।।
तपे तावड़ो रुणिचे के,
मेला में मेरी माय,
बाबे ने कह दे,
ताण छतरी,
ताण छतरी रे बाबा,
ताण छतरी।।
Singer – DC Dhaliwal
प्रेषक – सुभाष सारस्वा काकड़ा।
9024909170