घनश्याम मेरी नैया,
देर नहीं करना,
उस पार लगा देना,
बलदाऊ के भैया,
महर जरा करना,
बिगड़ी को बना देना।।
कन्हैया आपकी,
मीठी सी नजर पार हुई,
जहां के सामने दाता,
सरे बाजार हुई,
गोपाल चरावो गैया,
छेड़ के मुरली को,
तुम मस्त बना देना,
घनश्याम मेरी नईया,
देर नहीं करना,
उस पर लगा देना।।
जमाना जानता है,
तेरी शहनशाही को,
मेरा दिल मानता है,
पर तेरी रुसवाई को,
बन जाए जो तू ख़िवैया,
दर पे दिया धरना,
इस बार क्षमा देना,
घनश्याम मेरी नईया,
देर नहीं करना,
उस पर लगा देना।।
कभी तो आपको दयालु,
दया आएगी,
आंखे शिव श्याम बहादुर,
की चमक जाएगी,
ओ त्रिभुवन के रचैया,
तेरा लिया शरणा,
चौखट पे पनाह देना,
घनश्याम मेरी नईया,
देर नहीं करना,
उस पर लगा देना।।
घनश्याम मेरी नैया,
देर नहीं करना,
उस पार लगा देना,
बलदाऊ के भैया,
महर जरा करना,
बिगड़ी को बना देना।।
Singer – Vikash Ruia Ji
Upload – Shah Pushti
9510791435