लियो लियो आई माँ अवतार,
आई माता लियो अवतार,
अम्बापुर रे माय अम्बापुर रे माय,
आयी मैया भगतो रे द्वार,
मैया आयी बीकाजी रे द्वार,
अम्बापुर रे माय अम्बापुर रे माय।।
1472 संवत आईजी पधारीया,
भादरवा री बीज चांदनी,
आप मां पधारीया,
प्रगट भया फूलडा रे माय,
जीजी ज्यारो नाम दिराय,
अम्बापुर रे माय अम्बापुर रे माय।।
नागदेवता पागल बैल ने,
वश में कराया
आंधा ने मां आंखिया दी,
पांगला ने पगा चलाया,
छूआछूत रो भेद मिटाय,
पग पग कीनी भगतो री सहाय,
अम्बापुर रे माय अम्बापुर रे माय।।
अम्बापुर सु जीजी बाई,
होया ए रवाना,
नारलाई डायलाणा भैसाणा,
परचा दिखाया,
ओ आया आया बिलाड़ा रे माय,
जीजी बाई सु आई मां कहलाय,
बिलाड़ा रे माय बिलाड़ा रे माय।।
1521 मे देवी बिलाड़ा पधारीया,
वृद्ध रुप धर आई माता,
साथे नांदीयो लाया,
ओ आया आया जाणोजी रे द्वार,
दीयो मैया माधु सु मिलाय,
बिलाड़ा रे माय बिलाड़ा रे माय।।
रायपुर सु मनीष सीरवी,
भजन बनावे,
दिनेश माली कंठा सु,
माताजी री महीमा गावे,
मैया ने पुजे सीरवी समाज,
राखो राखो छत्तर वाली छाव,
अम्बापुर रे माय अम्बापुर रे माय।।
लियो लियो आई माँ अवतार,
आई माता लियो अवतार,
अम्बापुर रे माय अम्बापुर रे माय,
आयी मैया भगतो रे द्वार,
मैया आयी बीकाजी रे द्वार,
अम्बापुर रे माय अम्बापुर रे माय।।
गायक – दिनेश जी माली नागौर।
लेखक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान)
9640557818